तथ्यों के भारी जमावड़े के बावजूद 'हिस्ट्री एंड हैरिटेज' शीर्षक अपनी पुस्तक में डीएस कपूर न 'हिस्ट्री' दे पाए और न 'हैरिटेज' के साथ ही न्याय कर पाए

Comments

Popular posts from this blog

'चाँद-रात' में रमा भारती अपनी कविताओं की तराश जिस तरह से करती हैं, उससे लगता है कि वह सिर्फ कवि ही नहीं हैं - असाधारण शिल्पी भी हैं

गुलाम मोहम्मद शेख की दो कविताएँ

विवान सुंदरम को समकालीन भारतीय कला की हत्या का जिम्मेदार ठहरा कर जॉनी एमएल समकालीन भारतीय कला के दूसरे प्रमुख कलाकारों को भी अपमानित करने का काम नहीं कर रहे हैं क्या ?