लोकमित्र गौतम की कविताएँ
राजनीतिक व सामाजिक विषयों पर प्रखर टिप्पणियों के लिए पहचाने जाने वाले लोकमित्र गौतम के अनुभवों की विविधता और विचार व समझ की गहराई का परिचय कभी-कभार पत्रिकाओं में प्रकाशित होने वाली उनकी कविताओं के जरिये भी मिलता रहा है । इसीलिए उनके पहले कविता संग्रह 'मैं अपने साथ बहुत कुछ लेकर जाऊँगा …' के प्रकाशन की सूचना ने उत्साहित किया । नितांत सरल संवेदना का अहसास करातीं लोकमित्र गौतम की कविताओं में अनुभव का सृजनात्मक प्रतिफलन विचारोत्तेजक तो है ही, साथ ही आस्वाद के स्तर पर प्रसरणशील भी है । इस संग्रह में प्रकाशित उनकी कविताएँ कुछ लंबी हैं और इसी कारण से आख्यानपरक हैं, जिसके जरिये वह चित्र खड़ा करते हैं और अपनी बात कहते हैं । कथात्मक बुनावट का आभास सा कराती उनकी कविताओं में कहीं कहीं हम अपने आप को विवरणों के जंजाल से घिरा हुआ सा पाते तो हैं, किंतु जैसे जैसे कविता आगे बढ़ती है हम पाते हैं कि जिसे हम विवरणों का जंजाल समझ रहे थे वह दरअसल सामाजिक तत्वों और उनसे प्रभावित मनोदशाओं का रचनात्मक संश्लेष है । लोकमित्र अपनी अभिव्यक्ति की परिधि में मौजूदा समय की जटिलता और संश्लिष्टता